इस आर्टिकल में हम जानेंगे ब्लैकहोल (Blackhole )के बारे मे रोचक जानकारी Interesting Facts About Blackhole in Hindi के बारे में जानेंगे।
ब्लैक होल अंतरिक्ष में ऐसी जगह होती है जहाँ गुरुत्वाकर्षण बहुत ज्यादा होता है, इतना कि प्रकाश भी वहाँ से बचकर नहीं जा सकता। ये तब बनते हैं जब कोई बहुत बड़ा तारा मर जाता है और अपने आप में ही सिमट जाता है। ऐसा होने पर एक छोटी सी जगह में बहुत ज्यादा घनत्व वाला पॉइंट बन जाता है, जिसे गुरुत्वाकर्षण विलक्षणता (gravitational singularity) कहते हैं।
ब्लैक होल दिखते नहीं हैं क्योंकि ये प्रकाश को भी सोख लेते हैं। पर वैज्ञानिक इन्हें इनके आसपास की चीजों पर पड़ने वाले असर से पहचान लेते हैं। जब कोई तारा या गैस का बादल ब्लैक होल के पास आता है, तो वो बहुत तेजी से घूमने लगता है और गरम होकर एक्स-रे छोड़ता है, जिसे दूरबीन से देखा जा सकता है। ब्लैक होल के चारों तरफ वो सीमा जहाँ से कोई भी चीज वापस नहीं आ सकती, घटना क्षितिज (event horizon) कहा जाता है।
ब्लैक होल क्या है? | How do black holes work
ब्लैक होल अलग-अलग प्रकार के होते हैं। सबसे छोटे वाले तो एक परमाणु जितने भी हो सकते हैं, पर उनका वजन एक पूरे पहाड़ जितना होगा।
🕳️सुपरमैसिव ब्लैक होल(Supermassive Black Hole): सुपरमैसिव ब्लैक होल बहुत बड़े होते हैं, इनका वजन सूर्य के वजन से लाखों या अरबों गुना ज्यादा हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि लगभग हर बड़ी आकाशगंगा के बीच में एक सुपरमैसिव ब्लैक होल होता ही है, जैसे कि अपनी मिल्की वे आकाशगंगा में भी है।
🕳️इंटरमीडिएट-मास ब्लैक होल (Intermediate-mass Black Hole):कहा जाता है कि ये तारकीय और बहुत बड़े ब्लैक होल के बीच की कड़ी हैं जिसका पता नहीं चल पाया है।इन्हें ढूंढना मुश्किल है क्योंकि ये तारों वाले ब्लैक होल जितने आम नहीं होते और सुपरमैसिव ब्लैक होल की तरह आकाशगंगा के बीच में टिककर भी नहीं बैठते।
🕳️ब्लैक होल नाम सबसे पहले जॉन आर्चीबाल्ड व्हीलर ने दिया था। ये नाम उन्होंने 1960 के दशक में निकाला था।
🕳️सन् 1783 में जॉन मिशेल ने ब्लैक होल का विचार दिया था। मिशेल और पियरे-साइमन लाप्लास (1796) वो पहले लोग थे जिन्होंने ऐसे अंधेरे तारों की बात की थी, जिनको अगर छोटा कर दिया जाए तो उनसे निकलने की गति प्रकाश की गति से भी ज्यादा हो जाएगी।बाद में, जमे हुए तारे शब्द का प्रयोग तब किया गया जब कोई तारा गुरुत्वाकर्षण के कारण पूरी तरह से ढह जाता है। तब लाइट भी उससे बाहर नहीं निकल पाती, और देखने वाले को लगता है कि तारा समय में जम गया है। 20वीं सदी में जॉन व्हीलर ने इसे ब्लैक होल नाम दिया, क्योंकि ये अपने ऊपर पड़ने वाली सारी रोशनी को सोख लेता है और कुछ भी वापस नहीं भेजता।
🕳️ब्लैक होल को हिन्दी में कृष्ण विवर कहते हैं।
what is black hole? | ब्लैक होल का निर्माण कैसे हुआ।
🕳️ब्लैक होल में से एक तूफान की आवाज आती रहती है।
🕳️ब्लैक होल इसलिए काले दिखते हैं क्योंकि उनका गुरुत्वाकर्षण इतना ताकतवर होता है कि रोशनी भी उनसे बचकर नहीं जा सकती। इसीलिए उनके बीच के हिस्से से कोई रोशनी नहीं निकलती, इसलिए वो एकदम काले लगते हैं।
🕳️वैज्ञानिकों का ये मानना है कि ब्लैक होल भी खत्म हो सकते हैं, लेकिन इसमें बहुत लंबा समय लगेगा, शायद अरबों-खरबों साल।
🕳️ब्लैक होल के पास गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा होता है कि वहां समय धीरे हो जाता है। ये सब आइंस्टीन की रिलेटिविटी थ्योरी में बताया गया है।
🕳️दो ब्लैक होल आपस में टकरा सकते हैं। जब वे बहुत करीब आ जाते हैं और एक-दूसरे के गुरुत्वाकर्षण से बच नहीं पाते, तो वे मिलकर एक बड़ा ब्लैक होल बन जाते हैं। यह घटना बहुत ही हिंसक होती है।
🕳️मशहूर भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने बताया कि ब्लैक होल पूरी तरह से काले नहीं होते। वे धीरे-धीरे छोटे-छोटे कण छोड़ते हैं, जिसे 'हॉकिंग विकिरण' कहते हैं। इससे पता चलता है कि ब्लैक होल धीरे-धीरे अपना वजन कम करते हैं और आखिर में भाप बनकर उड़ जाते हैं, हालांकि इसमें बहुत समय लगता है।
black hole kya hai | ब्लैक होल के अंदर क्या है?
🕳️ब्लैक होल के पास अगर कोई चीज़ चली जाए, तो समझिए ख़त्म! उसका गुरुत्वाकर्षण इतना ज़बरदस्त होता है कि वो चीज़ को खींच-तानकर लंबा पतला कर देता है, बिल्कुल नूडल जैसा। इसी को 'स्पैगेटीफिकेशन' (Spaghettification) कहते हैं।
🕳️ब्लैक होल के आस-पास गैस और धूल के गोले हो सकते हैं, जिन्हें अभिवृद्धि डिस्क कहते हैं। ये डिस्क एक्स-रे सहित कई तरह की रोशनी छोड़ती हैं।
🕳️सबसे नज़दीकी ब्लैक होल गैया बीएच1 है, और ये कोई 1,500 प्रकाश वर्ष दूर है।
🕳️अब तक मिला सबसे दूर का ब्लैक होल QSO J0313-1806 नाम की आकाशगंगा के बीच में है, जो करीब 13 अरब प्रकाश वर्ष दूर है।
🕳️अब तक का सबसे बड़ा जो ब्लैक होल देखा गया है, वो TON 618 है, और ये सूरज से 66 अरब गुना ज्यादा भारी है।
🕳️सबसे हल्का ब्लैक होल जो अब तक पता है, वो सूरज से सिर्फ 3.8 गुना भारी है। और ये एक तारे के साथ जुड़ा हुआ है।
🕳️सारे ब्लैक होल घूमते हैं। सबसे तेज घूमने वाला जो ब्लैक होल है, उसका नाम GRS 1915+105 है, और वो हर सेकंड में 1,000 से भी ज्यादा बार घूम जाता है।
ब्लैक होल के रहस्य | How many black holes are there in the universe?
🕳️आकाशगंगाओं के बीच में जो बहुत बड़े ब्लैक होल होते हैं, वो चीजों को लगभग प्रकाश की गति से बाहर फेंक सकते हैं।
🕳️समुद्री ब्लैक होल अंतरिक्ष के ब्लैक होल जैसे ही माने जाते हैं। ये आमतौर पर बड़े पानी के स्रोतों में पाए जाते हैं। कुछ लोग तो यहां तक कहते हैं कि गणित के हिसाब से ये अंतरिक्ष वाले ब्लैक होल के बराबर ही हैं। समुद्री ब्लैक होल में अगर कोई चीज फंस गई, तो गोल-गोल घूमती रहेगी और फिर बच नहीं पाएगी।
🕳️समुद्र में ब्लैक होल मिलना अभी भी बहुत मुश्किल है. सबसे पहला ब्लैक होल साउथ एंड्रोस में दिखा था. ये जितना सोचा गया था, उससे कहीं बड़ा था. ये करीब 47 मीटर गहरा और काफी चौड़ा था. वैज्ञानिकों ने बताया है कि ये रासायनिक बदलाव की वजह से बना था. इस ब्लैक होल की गहराई से पता चलता है कि अरबों साल पहले समुद्र कैसा था. मज़े की बात है कि लगभग अठारह मीटर की गहराई पर खोज करने वालों को ज़हरीले बैक्टीरिया की एक मीटर मोटी बैंगनी रंग की परत मिली. इन छोटे जीवों में बहुत ज़्यादा हाइड्रोजन सल्फाइड था. अब हम साफ़-साफ़ कह सकते हैं कि समुद्र में ब्लैक होल रासायनिक वजहों से बनते हैं. बड़े तालाबों की साफ़-सफाई ऐसे बड़े ब्लैक होल बनने में खास रोल निभाती है।
🕳️अगर कोई ब्लैक होल में गिरने के बाद बच जाए और बताने के लिए ज़िंदा भी रहे, तो उसे पहले तो लगेगा जैसे वो हवा में उड़ रहा है, क्योंकि वो आराम से गिर रहा होगा। लेकिन जैसे-जैसे वो ब्लैक होल के बीच के हिस्से के पास जाएगा, उसे गुरुत्वाकर्षण की बहुत तेज़ ताकत महसूस होगी। अगर उसके पैर उसके सिर से ज़्यादा ब्लैक होल के सेंटर के करीब होंगे, तो उसके पैरों में बहुत ज़ोर का खिंचाव महसूस होगा, और आखिर में वो खिंचकर टूट जाएगा। जब वो अंदर गिर रहा होगा, तो उसे अजीब सी तस्वीरें दिख सकती हैं क्योंकि रोशनी उसके चारों तरफ मुड़ जाएगी, और वो ब्लैक होल के उस पार भी देख पाएगा क्योंकि रोशनी बाहर से उस तक पहुँचती रहेगी।
🕳️ब्लैक होल के 1 मिनिट पृथ्वी के 700 वर्षों के बराबर होता है। क्योंकि उस जगह के गुरुत्वाकर्षण की वजह से समय पृथ्वी के मुकाबले बहुत धीरे चलता है।
ब्लैक होल की खोज किसने की | Black hole facts
मुझे उम्मीद है, की आपको यह लेख ब्लैकहोल (Blackhole) के बारे मे रोचक जानकारी बहुत पसंद आया होगा, और अब आप Interesting Facts About Blackhole in Hindi यानी की ब्लैकहोल (Blackhole) क्या होता है? के बारे में पूरी तरह से जान चुके होंगे।
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