माया सभ्यता क्या थी? जानिए Maya Civilization का पूरा इतिहास और चौंकाने वाले रहस्य

इस आर्टिकल में हम जानेंगे माया सभ्यता (Maya Civilization)के बारे मे रोचक जानकारी Interesting Facts About Maya Civilization in Hindi के बारे में जानेंगे।



माया सभ्यता (Maya Civilization): इतिहास, संस्कृति, विज्ञान और रहस्य


  माया सभ्यता पुराने जमाने की सबसे बढ़िया सभ्यताओं में से एक थी, जिसमें बहुत सारे राज छुपे थे। ये सभ्यता ज्यादातर मध्य अमेरिका में फैली थी, जिसमें आज के दक्षिणी मेक्सिको, ग्वाटेमाला, बेलीज़, होंडुरास और एल साल्वाडोर जैसे इलाके आते हैं। माया के लोग सिर्फ शानदार इमारतें बनाने वाले ही नहीं थे, बल्कि गणित, सितारों का ज्ञान, इलाज, कैलेंडर और लिखने-पढ़ने में भी बहुत तेज थे। आज भी माया सभ्यता के बचे हुए निशान हमें बताते हैं कि वो लोग साइंस, धर्म और समाज के बारे में कितना गहरा सोचते थे।




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माया सभ्यता का भौगोलिक विस्तार


माया सभ्यता घने जंगलों, पहाड़ों और समुद्र के किनारे फैली हुई थी। इस इलाके को आम तौर पर तीन हिस्सों में बांटा गया है:


1. उत्तरी इलाका - मेक्सिको का युकाटन प्रायद्वीप


2. मध्य इलाका - ग्वाटेमाला और बेलीज़ के जंगल


3. दक्षिणी इलाका - होंडुरास और एल साल्वाडोर


अलग-अलग जगहों पर रहने के बावजूद, माया के लोगों ने खेती, पानी बचाने और शहर बसाने में कमाल का हुनर दिखाया।



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माया सभ्यता का कालक्रम


इतिहासकारों ने माया सभ्यता को तीन हिस्सों में बांटा है:


1.  पहला दौर (2000 ईसा पूर्व से 250 ईस्वी):


    इस वक्त माया के लोग खेती करना सीख गए थे, छोटे-छोटे गांव बन गए थे और उनकी धार्मिक रीति-रिवाज शुरू हो गई थीं. मक्का उनकी मेन फसल थी।


2.  दूसरा दौर (250 ईस्वी से 900 ईस्वी):


    ये माया सभ्यता का सबसे अच्छा वक्त था. टिकल, कोपन, पालेंके और कालाकमुल जैसे बड़े-बड़े शहर इसी दौर में बने. कला, विज्ञान और लिखना सब कुछ टॉप पर था।


3.  तीसरा दौर (900 ईस्वी से 1500 ईस्वी):


    इस वक्त कुछ शहर तो खत्म हो गए, पर चिचेन इत्ज़ा और मायापन जैसे नए शहर सामने आए. बाद में स्पेन के लोगों ने हमला कर दिया, जिससे माया सभ्यता का राज खत्म हो गया।




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प्राचीन मिस्र से जुड़े हैरान करने वाले तथ्य

माया समाज और सामाजिक संरचना


माया सभ्यता के समाज में अलग - अलग वर्ग थे:


*   राजा : ये सबसे ऊपर थे, माना जाता था कि ये भगवान के भेजे हुए हैं।


*   पुजारी: ये पूजा-पाठ कराते थे, कैलेंडर देखते थे और सितारों के बारे में हिसाब-किताब रखते थे।


*   अमीर लोग: ये राज-काज चलाते थे, लड़ाई करते थे और पढ़े-लिखे होते थे।


*   किसान और कलाकार: ये लोग समाज को चलाते थे।


*   गुलाम: ये जंग में पकड़े गए लोग होते थे या जिन्होंने कोई अपराध किया होता था।


ये पूरा समाज अनुशासन और धर्म पर टिका हुआ था।



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माया धर्म और धार्मिक विश्वास


माया धर्म में बहुत सारे भगवान थे। वे प्रकृति से जुड़े देवताओं की पूजा करते थे, जैसे:


*   इट्ज़ामना - ये सृष्टि और ज्ञान के भगवान थे।

*   चाक - ये बारिश के देवता थे।

*   कुकुलकान - ये पंखों वाले सांप के भगवान थे।


उनके धार्मिक कामों में बलि देना भी शामिल था। वे सोचते थे कि इंसानों की बलि देकर देवताओं को खुश किया जा सकता है।




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माया स्थापत्य और नगर निर्माण 

माया वास्तुकला कमाल की इंजीनियरिंग का नमूना है। इसकी खास बातें:


*   बड़े-बड़े पिरामिड जैसे मंदिर

*   पत्थर के महल और ग्रहों को देखने की जगहें

*   सड़कें (Sacbe)


चिचेन इत्ज़ा का एल कास्टिलो पिरामिड खगोल विज्ञान का बढ़िया उदाहरण है। यहाँ विषुव के दिन सांप की परछाई दिखती है।


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माया लेखन प्रणाली (Maya Script)


माया सभ्यता में लिखने का तरीका चित्रलिपि पर टिका था। ये अमेरिका में सबसे बढ़िया लेखन प्रणालियों में से एक थी। माया लोग:


*   पत्थरों पर इतिहास लिखते थे।

*   राजाओं के परिवार के बारे में जानकारी रखते थे।

*   लड़ाई और आसमान में होने वाली घटनाओं का हिसाब रखते थे।



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माया गणित और शून्य की खोज


माया लोग गिनती के लिए 20 के सिस्टम का इस्तेमाल करते थे। सबसे कमाल की बात ये थी कि उन्होंने 'शून्य' (0) की खोज खुद की थी, जो उस समय पूरी दुनिया में बहुत कम लोगों को पता था।


माया लोग नंबरों को बिंदु और रेखाओं से दिखाते थे:


* एक बिंदु = 1

* एक रेखा = 5




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माया खगोल विज्ञान


माया लोग आसमान की चीजों को बहुत ध्यान से देखते थे। उन्होंने:


* सूरज, चांद और शुक्र ग्रह की चाल को ठीक से समझा।

* ग्रहण कब होंगे, ये भी बता देते थे।

* एल काराकोल जैसी जगहें बनाईं, जहाँ से वे आसमान को देखते थे।


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माया कैलेंडर प्रणाली


माया सभ्यता में तीन खास कैलेंडर थे:


1.  त्ज़ोल्किन (260 दिन) - ये उनका धार्मिक कैलेंडर था।

2.  हाब (365 दिन) - ये सूरज के हिसाब से चलता था।

3.  लॉन्ग काउंट कैलेंडर - इससे वो पुरानी घटनाओं का हिसाब रखते थे।


साल 2012 में, जब लोगों को लगा कि लॉन्ग काउंट कैलेंडर का एक चक्कर पूरा हो रहा है, तो माया सभ्यता फिर से चर्चा में आ गई।


उनका कैलेंडर इतना सटीक था कि आज भी वैज्ञानिक हैरान हैं।


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माया कृषि प्रणाली


माया सभ्यता की अर्थव्यवस्था खेती पर टिकी थी। उनकी मुख्य फसलें थीं:


*   मक्का (सबसे खास)

*   सेम

*   कद्दू

*   कोको


खेती के लिए वो सीढ़ीदार खेत बनाते थे, शिफ्टिंग कल्टीवेशन करते थे और पानी बचाने के तरीके अपनाते थे।



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माया चिकित्सा और विज्ञान


माया चिकित्सा अपने दौर में काफी आगे थी:


*   जड़ी-बूटियों से इलाज करते थे।

*   दाँतों में छेद करने के सबूत मिले हैं।

*   ऑपरेशन और टूटी हड्डियों को जोड़ने का तरीका भी जानते थे।


उनकी चिकित्सा में धर्म और विज्ञान दोनों का मेल था।




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माया कला और संस्कृति 

माया कला में कई चीज़ें कमाल की थीं, जैसे:


*   दीवारों पर बनी पेंटिंग

*   मूर्तियां

*   मिट्टी के बर्तन

*   गाना-बजाना और नाचना


इनकी कला में ज़्यादातर धर्म और राजनीति की बातें होती थीं।


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माया खेल: पोक-ता-पोक (Ball Game)


माया सभ्यता का प्रसिद्ध खेल पोक-ता-पोक था, जो धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़ा था। कभी-कभी इस खेल में हारने वाली टीम की बलि भी दी जाती थी।



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माया युद्ध प्रणाली और सैन्य शक्ति


माया सभ्यता सिर्फ शांत रहने वाली नहीं थी, बल्कि वो एक ताकतवर योद्धा समाज भी थे। उनके शहर-राज्य आपस में हमेशा लड़ते रहते थे, वजह थी ताकत दिखाना, चीज़ें हथियाना और अपनी इज़्ज़त बढ़ाना। लड़ाई का मुख्य मकसद ज़मीन पर कब्ज़ा करना और दुश्मनों को पकड़ना होता था, ताकि उन्हें भगवान को बलि चढ़ाया जा सके।


माया योद्धा लकड़ी और पत्थर के हथियार इस्तेमाल करते थे, जैसे:


*   भाले और भाला फेंकने वाले हथियार

*   तेज़ पत्थर (ओब्सीडियन) से बने चाकू

*   अपने बचाव के लिए ढाल और मोटे कपड़े से बने कवच


उनके लिए युद्ध सिर्फ लड़ाई नहीं थी, बल्कि यह उनके धर्म और ताकत का भी निशान था


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माया समाज में औरतों की भूमिका


माया समाज में औरतों की भूमिका बहुत खास थी। वो सिर्फ घर के काम ही नहीं करती थीं, बल्कि ये सब भी करती थीं:


*   खेती में हाथ बटाती थीं

*   कपड़े बनाने और बुनने में माहिर थीं

*   कभी-कभी पूजा-पाठ में भी शामिल होती थीं


इतिहास में ये भी पता चला है कि कुछ औरतें माया में रानी भी बनीं। इससे पता चलता है कि माया समाज औरतों की कितनी इज्जत करता था।


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आधुनिक माया और विरासत


आज भी कई लाख लोग माया भाषाएँ बोलते हैं और अपनी पुरानी परंपराओं को निभाते हैं। माया सभ्यता की देन:


*   विश्व धरोहर स्थल 

*   आज के विज्ञान में मदद

*   अपनी पहचान


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माया सभ्यता का पतन


माना जाता है कि माया सभ्यता क्यों खत्म हुई, इसके पीछे कई बातें हैं:


*   मौसम बदला और सूखा पड़ा

*   लोगों की जनसंख्या ज़्यादा बढ़ गई

*   लड़ाई-झगड़े और राजनीति ठीक नहीं थी

*   जो चीज़ें प्राकृति ने दी थीं, उनका बहुत ज़्यादा इस्तेमाल हुआ


वैसे, माया लोग पूरी तरह खत्म नहीं हुए; उनके बच्चे आज भी मध्य अमेरिका में रहते हैं।



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               + बोनस जानकारी+


👀माया लोग दाँतों में कीमती रत्न जड़ते थे।


👀शिशुओं के सिर को कृत्रिम रूप से लंबा किया जाता था।


👀टैटू सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक थे।


👀माया लोग भूकंपरोधी इमारतें बनाते थे।



निष्कर्ष :


      माया सभ्यता कमाल की थी! उन्होंने जो विज्ञान, इमारतें और अपने धर्म के बारे में सोचा, वो आज भी हमें कुछ नया करने के लिए कहता है। माया लोगों ने दिखा दिया कि पुराने जमाने के लोग भी कितने समझदार और आगे की सोचने वाले थे। माया सभ्यता सिर्फ पुरानी बात नहीं है, बल्कि ये हमें बताती है कि इंसान कितना कुछ सीख सकता है और अपनी संस्कृति को आगे बढ़ा सकता है।



          मुझे उम्मीद है, की आपको यह लेख माया सभ्यता (Maya Civilization) के बारे मे रोचक जानकारी बहुत पसंद आया होगा, और अब आप Interesting Facts About Maya Civilization in Hindi यानी की माया सभ्यता का रहस्य क्या है? के बारे में पूरी तरह से जान चुके होंगे।

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